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उपकारक
Meanings: 15; in Dictionaries: 9
Type: WORD | Rank: 1.622883 | Lang: NA
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उपकारक अपकारु करचो
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
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adjunct
Meanings: 13; in Dictionaries: 8
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useful
Meanings: 6; in Dictionaries: 4
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utile
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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obliging
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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complaisant
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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advantageous
Meanings: 6; in Dictionaries: 4
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auspicious
Meanings: 4; in Dictionaries: 3
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assistant
Meanings: 9; in Dictionaries: 7
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advantageous for efficiency
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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पथ्यकारक
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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ameliorating waste
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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उपकारकत्व
Meanings: 4; in Dictionaries: 2
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साधक बाधक
Meanings: 5; in Dictionaries: 4
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अंधारांत चोरास बळ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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आईचें दूध की गायीचें दूध
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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फसविणार्यास फसवणें, हींच इष्ट साधनें
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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कणकींत पडलेले पाणी काही वाया जात नाहीं
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
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दुखणें आलें जोरावर, कांदाभाकर उरावर
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
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auxiliary
Meanings: 17; in Dictionaries: 10
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हितकारक
Meanings: 8; in Dictionaries: 7
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उपकारिका
Meanings: 14; in Dictionaries: 3
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उपमालंकार - लक्षण २२
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
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उपयुक्त
Meanings: 29; in Dictionaries: 12
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beneficial
Meanings: 13; in Dictionaries: 8
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वाइटांतून चांगलें निघतें
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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स्वर अंतरंगाचे - विनोबाजी
काव्यसंग्रह - स्वर अंतरंगाचे कवी - श्रीराम विठ्ठल गायकवाड
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स्वर अंतरंगाचे - आगगाडी
काव्यसंग्रह - स्वर अंतरंगाचे कवी - श्रीराम विठ्ठल गायकवाड
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स्वर अंतरंगाचे - टोपी
काव्यसंग्रह - स्वर अंतरंगाचे कवी - श्रीराम विठ्ठल गायकवाड
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श्रीनारदभक्तिसूत्रें - सूत्र ५७
नारद भक्ति सूत्र या ग्रंथाचे रसाळ निरूपण संत केशवराज महाराज देशनुख यांनी केले आहे.
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उपकारी
Meanings: 19; in Dictionaries: 9
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उपमालंकार - लक्षण १५
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
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नृसिंह जयंती - प्रल्हादजन्म व चरित
श्रीयुत विनायक वासुदेव साठे यांनी रचलेली श्रीदत्त भजन गाथा.
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धर्मसिंधु - शय्यादानाविषयीं विधि
हिंदूंचे ऐहिक, धार्मिक, नैतिक अशा विषयात नियंत्रण करावे आणि त्यांना इह-परलोकी सुखाची प्राप्ती व्हावी ह्याच अत्यंत उदात्त हेतूने प्रेरित होउन श्री. काशीनाथशास्त्री उपाध्याय यांनी ’धर्मसिंधु’ हा ग्रंथ रचला आहे.
This 'Dharmasindhu' grantha was written by Pt. Kashinathashastree Upadhyay, in the year 1790-91.
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favour
Meanings: 22; in Dictionaries: 4
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मंडपदेवतांचें उत्थापन ( देवदेवक उठविणें )
‘ संस्कार ’ हे केवळ रूढी म्हणून करण्यापेक्षां त्यांचे हेतू जाणून ते व्हावेत अशी अनेकांची इच्छा असते. ज्यावेळीं एखाद्या घरांमध्यें शुभकार्य असते त्यावेळीं या गोष्टी सविस्तर माहीत असल्यास कार्य सुव्यवस्थित पार पडते असा अनुभव आहे.
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संधिः - कथा ६
हितोपदेश भारतीय जन- मानस तथा परिवेश से प्रभावित उपदेशात्मक कथाएँ हैं। हितोपदेश की कथाएँ अत्यंत सरल व सुग्राह्य हैं।
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अप्रस्तुतप्रशंसा अलंकार - लक्षण २
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
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विनोक्ति अलंकार - लक्षण १
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
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जून ११ - परमार्थ
महाराजांचे प्रवचन वाचले की वाटते , श्रीमहाराजांनी हे माझ्याचसाठी लिहिलेले आहे .
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श्लेष अलंकार - लक्षण ११
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
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वेदांत काव्यलहरी - मरणमांगल्य
सदर ग्रंथाची किंमत होती - जो जी देईल ती. सदर पुस्तकाबद्दल दैनिक सकाळ २६/०६/१९३८ चे अंकात अभिप्राय छापून आलेला आहे.
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instrument
Meanings: 58; in Dictionaries: 22
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उपमालंकार - लक्षण ४
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
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उपमालंकार - लक्षण २४
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
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राज्य धोरणांची निदेशक तत्त्वे - कलम ३६ ते ३९
भारतीय संविधान किंवा भारताची राज्यघटना ही भारतातील पायाभूत कायदा असून डॉ .बाबासाहेब आंबेडकर हे राज्यघटनेचे शिल्पकार आहेत .
२६ नोव्हेंबर १९४९ रोजी राज्यघटनेचा स्वीकार केला गेला व २६ जानेवारी १९५० पासून राज्यघटना अमलात आली .
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दीपक अलंकार - लक्षण ७
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
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अन्योन्य
Meanings: 25; in Dictionaries: 7
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साधक
Meanings: 48; in Dictionaries: 11
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